Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन shiv chalisa in hindi भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने shiv chalisa lyricsl की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
Young children struggling from health issues need to be produced to both recite or listen to Shiva Chalisa. Mom and dad can also recite the Chalisa on their youngster’s behalf. Having said that, they should pronounce the child’s entire title, rasi (moon indication), and Nakshatra prior to the Shiva Chalisa.
श्री गणेश गिरिजा shiv chalisa lyricsl सुवन, मंगल मूल सुजान ।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥